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Date: Tuesday, 1 Apr 2014 Lon: 77.13 Lat:28.4 Tz: -300 SunRise: 5:57 AM SunSet: 6:24 PM Thithi: Sukla Paksha Dwithiya Till 4/1 8:43 PM Star: Ashwini Till 4/1 11:29 PM Yogam: Vishkambha Karanam: Kaulava Varjhyam: 7:33 PM To 8:34 PM Rahukalam: 3:17 PM To 4:51 PM Yamagandam: 9:04 AM To 10:37 AM AmruthaKalam: 4:25 PM To 5:34 PM Durmuhurtham: 13:35:34 To 13:25:23 and 15:05:01 To 16:54:50 Vishaghadiyalu: 7:33 PM To 8:34 PM ****************************************************************** Date: Wednesday, 2 Apr 2014 Lon: 77.13 Lat:28.4 Tz: -300 SunRise: 5:56 AM SunSet: 6:25 PM Thithi: Sukla Paksha Trithiya Till 4/2 8:06 PM Star: Bharani Till 4/2 11:38 PM Yogam: Vishkambha Karanam: Garija Varjhyam: 9:08 AM To 10:36 AM Rahukalam: 12:10 AM To 1:44 PM Yamagandam: 7:29 AM To 9:03 AM AmruthaKalam: 6:48 PM To 7:36 PM Durmuhurtham: 13:35:28 To 13:25:23 and 15:05:15 To 16:55:11 Vishaghadiyalu: 9:08 AM To 10:36 AM ***************************************************************************** Date: Thursday, 3 Apr 2014 Lon: 77.13 Lat:28.4 Tz: -300 SunRise: 5:54 AM SunSet: 6:25 PM Thithi: Sukla Paksha Chathurthi Till 4/3 8:12 PM Star: Krittika Till 4/4 0:28 AM Yogam: Prithi Karanam: Visti(Bhadra) Varjhyam: 12:02 AM To 1:39 PM Rahukalam: 1:44 PM To 3:17 PM Yamagandam: 5:54 AM To 7:28 AM AmruthaKalam: 9:58 PM To 10:39 PM Durmuhurtham: 13:34:21 To 13:24:24 and 15:04:29 To 16:54:32 Vishaghadiyalu: 12:02 AM To 1:39 PM **********************************************************************
Date: Friday, 4 Apr 2014 Lon: 77.13 Lat:28.4 Tz: -300 SunRise: 5:53 AM SunSet: 6:26 PM Thithi: Sukla Paksha Panchami Till 4/4 9:00 PM Star: Rohini Till 4/5 2:00 AM Yogam: Ayushman Karanam: Balava Varjhyam: 5:29 PM To 6:42 PM Rahukalam: 10:35 AM To 12:09 AM Yamagandam: 3:18 PM To 4:52 PM AmruthaKalam: 10:35 PM To 11:42 PM Durmuhurtham: 13:34:15 To 13:24:24 and 15:04:43 To 16:54:53 Vishaghadiyalu: 5:29 PM To 6:42 PM ********************************************************************************* Date: Saturday, 5 Apr 2014 Lon: 77.13 Lat:28.4 Tz: -300 SunRise: 5:52 AM SunSet: 6:26 PM Thithi: Sukla Paksha Shashti Till 4/5 10:27 PM Star: Rohini Till 4/5 2:00 AM Yogam: Saubhagya Karanam: Taitula Varjhyam: 5:29 PM To 6:42 PM Rahukalam: 9:01 AM To 10:35 AM Yamagandam: 1:43 PM To 3:18 PM AmruthaKalam: 10:35 PM To 11:42 PM Durmuhurtham: 06:52:00 To 07:26:15 Vishaghadiyalu: 5:29 PM To 6:42 PM ********************************************************************************* Date: Sunday, 6 Apr 2014 Lon: 77.13 Lat:28.4 Tz: -300 SunRise: 5:51 AM SunSet: 6:27 PM Thithi: Sukla Paksha Saptami Till 4/7 0:26 AM Star: Mrigasira Till 4/6 4:08 AM Yogam: Sobhana Karanam: Vanija Varjhyam: 8:05 AM To 9:44 AM Rahukalam: 4:52 PM To 6:27 PM Yamagandam: 12:09 AM To 1:43 PM AmruthaKalam: 6:32 PM To 7:44 PM Durmuhurtham: 17:45:56 To 18:36:18 Vishaghadiyalu: 8:05 AM To 9:44 AM ********************************************************************************* Date: Monday, 7 Apr 2014 Lon: 77.13 Lat:28.4 Tz: -300 SunRise: 5:50 AM SunSet: 6:27 PM Thithi: Sukla Paksha Ashtami Till 4/8 2:45 AM Star: Ardra Till 4/7 6:44 AM Yogam: Atiganda Karanam: Bava Varjhyam: 1:25 PM To 2:46 PM Rahukalam: 7:25 AM To 8:59 AM Yamagandam: 10:34 AM To 12:09 AM AmruthaKalam: 7:38 PM To 8:46 PM Durmuhurtham: 13:33:55 To 13:24:25 and 15:05:23 To 16:55:53 Vishaghadiyalu: 1:25 PM To 2:46 PM
दीपावली {श्रीमहालक्ष्मी पूजन ३ नवम्बर ,रविवार ,२ ३ ई०)
' ब्रहापुराण' के अनुसार अद्ध्र्रात्रि व्यापिनी अर्थात आधी रह तक रहने वाली अमावस्या ही श्रेष्ठ होती है यदि वह आधी रात तक न रहे तो प्रदोष व्यापिनी लेनी चाहिए . लक्ष्मी -पूजा ,दीप दानादि के लिए प्रदोषकाल ही विशेषतया प्रशस्त माना जाता है.
इस वर्ष कार्तिक कृष्ण अमावस ३ नवम्बर ,रविवार को सूर्योदय से लेकर सायं प्रदोष व्यापिनी (१ ८ घंटा ..२० मिनट तक) होने से दीपावली पर्व इसी दिन होगा. रात्रि ११ बजकर 0३ मिनट तक स्वाती नक्षत्र विशेष रूप से प्रशस्त होगा. आयुष्मान योग तथा तुला राशिस्थ चन्द्रमा कालीन अमावस पुण्यप्रदायक रहेगा . दीपावली में अमावस्या तिथि ,प्रदोषकाल ,निशीथकाल एव महानिशीथकाल विशेष महत्वपूर्ण माने जाते है.
प्रदोष काल - ३ नवंबर को जालन्धर एव निकटवर्ती नगरो में सूर्यास्त (१७घं ३५ मिं )से लेकर २घं३९ मिं पर्यान्त (२० घं१४ मिं ) प्रदोषकाल रहेगा। प्रत्येक नगर के रात्रिकाल के अनुसार इसका समय निर्धारण करें.
सायं ६/१५ से रात्रि ८/०९ तक वृष (स्थिर ) लग्न भी प्रशस्त होगा। प्रदोष में व्याप्त वृष लग्न ,स्वाती नक्षत्र , तुला के सूर्य -चन्द्र होने से अत्यंत शुभ काल होगा.
आगे १७ घं ३५ मि से १९ घं १४ मि तक का समय ''शुभ' चौघडियाँ तथा तदुपरान्त १९ घं १४ मिं से २० घं ५४ मिं तक '' अमृत '' की चौघडिया भी रहने से इस योग में दीपदान ,श्री महालक्ष्मी पूजन ,कुबेर पूजन ,बही -खता पूजन ,धर्म एव गृह स्थलों पर दीप प्रज्वलित करना ,ब्राह्मणों तथा आश्रितों को भेट , मिष्ठान आदि बांटना शुभ रहेगा।
इस वर्ष अमावस्या सांय १८ घं २० मिं तक होने से प्रदोष काल का विशेष महत्व रहेगा तथा यथासम्भव इस काल तक पूजन प्रारम्भ कर लेना चाहिए . फिर भी निशीथ एव महानिशीथ काल तंत्र ,याज्ञिक क्रियाओं के लिए उपयुकत रहेगे.
निशीथ -काल - ३ नवम्बर ,रविवार को जालन्धर में निशीथ काल २० घं १४ मिं से २२ घं ५३ मिं तक रहेगा . ध्यान दे ,२० घं ०९ मिं से २२ घं २३ मिं तक मिथुन लग्न मध्यम तदुपरान्त रात्रि २४ घं ४६ मिं तक कर्क लग्न विशेष प्रशस्त रहेगा . २० घं ५४ मिं से रात्रि २२ घं ३३ मिं तक चर की चौघडिया भी शुभ रहेगी परन्तु तदुपरान्त रोग एव काल की चौघडिया रहेगी . इस अवधि में श्रीसूक्त , कनकधारा स्तोत्र आदि मन्त्रो का जपानुष्ठान करना चाहिए .
महानिशीथ काल - रात्रि २२ घं .५३ मिं से अर्धरात्रि २५ घं .३२ मिं तक महानिशीथ काल रहेगा . इस अवधि में रात्रि २घं .२३ मिं से २४ घं .४६ मिं तक कर्क लग्न तदुपरान्त सिंह लग्न भी दोनों विशेष रूप से प्रशस्त रहेगे . ध्यान दे ,२२ घं ,३३ मिं के बाद ;रोग 'एव 'काल' की चौघडिया अशुभ रहेगी . इसलिए 'महालक्ष्मी ;पूजन २२ घं .३३ मिंसे पहले कर लेना चाहिए . महानिशीथ काल में श्रीलक्ष्मी ',महाशक्ति काली उपासना ,यन्त्र -मन्त्र -तन्त्रदि क्रियाए व साधना की जाती है .
पूजा विधि -
पूजन हेतु श्री लक्ष्मी और श्री गणेश की मूर्ति, शिवलिंग , श्री यन्त्र
पूजन सामग्री - कलावा , १ नारियल , १ नारियल गरी , कच्चे चावल , लाल कपडा , फूल , १५ सुपारी , लौंग , १३ पान के पत्ते , घी , ५- ७ आम के पत्ते , कलश, चौकी , समिधा , हवन कुण्ड, हवन सामग्री , कमल गट्टे, पंचामृत ( दूध, दही , घी , शहद , गंगाजल ), फल , मेवे , मिठाई ,पूजा में बैठने हेतु आसन, आटा, हल्दी , अगरबत्ती , कुमकुम , इत्र, १ बड़ा दीपक , रूई
१. पूजा करने के लिए उत्तर अथवा पूर्व दिशा में मुख होना चाहिए. पूजा की जगह को अच्छे से साफ़ करे . द्वार प़र रंगोली बनाये .
पूजन करने की जगह प़र आटे और रोली से अष्टदल कमल और स्वस्तिक बनाये. उसके ऊपर चौकी रखकर लाल कपडा बिछाएं. कलश में जल भर कर उसमे गंगाजल, थोड़े से चावल और सिक्का डाले . चौकी के दायीं तरफ चावल के ऊपर इस कलश की स्थापना करें. आम के ५ अथवा ७ पत्ते रखें . नारियल प़र तीन चक्र कलावा बांधकर कलश के ऊपर स्थापित करें.
२. चतुर्मुखी दीपक जलाएं . यह दीपक सम्पूर्ण दीवाली की रात्रि जलना चाहिए . अगरबत्ती जलाये . कलश और दीपक प़र हल्दी , कुमकुम और फूल चढ़ाएं .
३- श्री गणेश , देवी लक्ष्मी, शिवलिंग और श्री यन्त्र की चौकी प़र पूरे मनोयोग से स्थापना करे.
४ - सर्वप्रथम अपने गुरु का ध्यान करे. तत्पश्चात पूजन आरम्भ करें . एक दूसरे को तिलक लगा कर कलावा बांधे. स्त्रियाँ अपने बाये हाथ एवं पुरुष अपने दायें हाथ प़र बांधें .
५ - गणेश जी का ध्यान और आह्वाहन करे. इसके उपरांत उन्हें चावल ,पान , सुपारी , लौंग , फूल कलावा रुपी वस्त्र , धूप फल और भोग समर्पित करे . नवग्रह ( सूर्य , चन्द्र , मंगल , बुध , गुरु , शुक्र , शनि , राहू, केतु ), कुबेर देवता , स्थान देवता और वास्तु देवता का क्रम से आह्वाहन कर सभी का पूजन व सम्मान पान, चावल, सुपारी, लौंग, कलावा, फूल , फल धूप और भोग समर्पित कर करे .
६ - अब मन को पूरी तरह एकाग्र कर के भगवान शंकर तत्पश्चात भगवती देवी लक्ष्मी का आह्वाहन और पंचामृत से स्नान कराने उपरोक्त बताई हुई विधि के अनुसार पूजन और स्थापना करे . भगवान् शंकर का पूजन इस मंत्र के साथ करें
७ - “ ॐ महा लक्ष्मये नमः ” मंत्र का जाप अथवा श्री सूक्त का जाप करे
८ - अंत में हवन करे . हवन सामग्री में घी मिला ले . हवन कुण्ड की पूजा करे और क्रमवार सभी देवताओ के नाम का हवन करे जिन्हें अपने आमंत्रित किया है . लक्ष्मी जी के मंत्र से हवन करते समय कमलगट्टे के बीज हवन सामग्री में मिला ले और १०८ बार मंत्र का उच्चारण करते हुए हवन करे .
९ - पूर्णाहुति के लिए नारियल गरी को काट कर उसमे बची हुई हवन सामग्री पूरी भर ले और परिवार के सभी सदस्य अपना हाथ लगाकर अंतिम आहुति दे .
१०- लक्ष्मी और गणेश जी की आरती करे .
श्री गणेश आरती
जय गणेश जय गणेश , जय गणेश देवा
माता जाकी पारवती , पिता महादेवा .
एक दन्त दयावंत , चार भुजा धारी
माथे सिंदूर सोहे , मुसे की सवारी , जय
गणेश ...
अंधन को आंख देत , कोढ़िन को काया
बंझंन को पुत्र देत , निर्धन को माया , जय
गणेश ...
पान चढ़े , फूल चढ़े , और चढ़े मेवा
लड्डू का भोग लगे , संत करे सेवा , जय
गणेश ....
जय गणेश , जय गणेश , जय गणेश देवा ,
माता जाकी पारवती , पिता महादेवा
श्री महालक्ष्मी आरती
ॐ जय लक्ष्मी माता , मैया जय लक्ष्मी माता ,
तुमको निस दिन सेवत , हरी , विष्णु धाता
ॐ जय लक्ष्मी माता
उमा रमा ब्रह्मानी , तुम हो जग माता ,
मैया , तुम हो जग माता ,
सूर्य चंद्रमा ध्यावत , नारद ऋषि गाता .
ॐ जय लक्ष्मी माता .
दुर्गा रूप निरंजनी , सुख सम्पति दाता,
मैया सुख सम्पति दाता
जो कोई तुमको ध्याता , रिद्धी सिद्धी धन पाता
ॐ जय लक्ष्मी माता .
जिस घर में तुम रहती , सब सदगुण आता ,
मैया सब सुख है आता ,
ताप पाप मिट जाता , मन नहीं घबराता .
ॐ जय लक्ष्मी माता
धुप दीप फल मेवा , माँ स्वीकार करो ,
ज्ञान प्रकाश करो माँ , मोह अज्ञान हरो .
ॐ जय लक्ष्मी माता .
महा लक्ष्मी जी की आरती , निस दिन जो गावे
मैया निस दिन जो गावे ,
दुःख जावे , सुख आवे , अति आनंद पावे .
ॐ जय लक्ष्मी माता .
११ - श्रद्धा और भक्ति के साथ नमन करते हुए प्रार्थना करे के माता रानी आपके घर में प्रसन्नता के साथ सदा निवास करे .
१२ - दीपावली के अगले दिन ही पूजा का सामान हटाये और बहते पानी में विसर्जित करें .
सभी को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाये
" महामाई सर्वदा कल्याण करे"
राजगुरु राजकुमार शर्मा
अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें - http://www.bagulamukhijyotishtantra.com/
राजगुरु राजकुमार शर्मा +91 11 26366804 (11 AM to 4 PM IST)
668, DDA जनता फ्लैट , + 91 9810466622,
पुल्प्रह्लादपुर , सूरजकुंड रोड ,
दिल्ली -110044.
ENGLISH VERSION -
Pradosh kaal - 05:35- 08:14. Time from 06:15PM - 08:09 PM is also recommended.
Shubh chaughadiyan - 05:35 -07:14 PM After that till 08:54 PM Amrit Chaughadiyan will be there.
Nishith kaal - 08:14 PM - 10:53 PM (From 08:09 PM to 10:23 Gemini Ascendent, After that till 00:46 Cancer ascendent will be there)
Char Chaughadiyan - 08:54 PM - 10:33 PM. In this time chanting of mantra will be beneficial. after this time Chaghardiya time is not favorable.
Maha Nisheeth kaal - 10:53 PM - 01:32 AM, Mahalaxmi poojan one must do before 10:33 PM.
Your guide to perform laxmi puja the most important aspect of the festival onDiwali Preaparation-
First and foremost step is to clean the house. Through the puja we are inviting Goddess Lakshmi to our house and she likes everything to be neat and clean. Make a rangoli on front door at least. Offer few clay diyas in temple than lighten your house and start the puja. Important Items Needed For Lakshmi Puja-
Kalash, Mango leaves, nariyal gari ( peeled coconut ) Idol or picture of Goddess Lakshmi and Ganesha, Shivling and Shri Yantra if you have Milk, curd, honey, ghee, gangajal for Panchamrat raw rice, dry fruits, ), incense sticks (agarbattis), vermilion (kumkum), puja Sweets, Red cloth, Red and other color flowers, Seeds of kamalgatta, Hawan samagri ( fire sacrifice), Samidha for Navgrah, Kalawa ( a skein of thread ), supari ( Betel nut ), Coconut, Paan ke patte, Rangoli Lakshmi Puja Process
• First decide on a place to perform the puja. It should be in East or North • Spread a clean red cloth on a chouki ( a small stool for offering ) and create a bed of rice on lt and rt side. • A Kalash (pot), is placed after tying three rounds of kalawa on the bed of rice. • Fill the Kalash with water. • Put a betel nut, flower, a clean coin, and some rice in the Kalash. • Now arrange mango leaves around the opening of the Kalash in 7 or 9 number. • Place a coconut after tying three rounds of kalawa on the Kalash. • In the front of your right hand, draw a lotus with turmeric powder and flour and place the idol or small photograph of Goddess Lakshmi, Ganesha , Shri Yantra on bed bed of rice. Shiv ling you can keep on side also’ • Take some water and sprinkle on all puja items to purify them. • Do puja with haldi, kumkum and flowers on the Kalash. • Light a four faced lamp ( dipak ) . It should be for the whole night. The diyas serve a dual purpose. Their primary purpose is to drive away all the shadows of evil spirits present in the area. At the same time awakening of the light of good within each individual. • The incense sticks are burnt while the clay lamps are filled with ghee and their wicks are lit • Now remember the following deities in given order and offer each one the following set of offering- flower, 1 paan leave, loung, supari and some sweet .Guru is remembered before every pooja first. Than start with Ganesh ji , Navgarah ( Surya, Chandra, Mangal, Budh, Guru, Shukra, Shani, Rahu, Ketu), Kuber devta, Sthan devta and Vaastu devta. • No puja is performed without paying customary tributes to Lord Ganesha. Lord Kubera, represents wealth, and he is the treasurer of Gods. In homes, usually the locker or safe in which gold and cash is kept symbolically represents the seat of Kubera. • A panchamitra is made using five ingredients including milk, curd, honey, gangajal, and clarified butter (ghee). Offer this panchamrit to Lord Shiva with Mahamritunjay mantra-
• Now sprinkle the flowers and rice on the idol of Goddess Lakshmi. • Take out the idol of Goddess Lakshmi and place it on a Thaali. Clean the idol with panchamrit. Then clean the idol again with water. • Place the idol back. Now offer fruits, sweets, betel nuts and betel leaves. • Next make offerings of Batasha and puffed rice ( lahi). • Chant “ Om Mahalaxmaye Namah” for some time. • Now do hawan. Offer hawan samagri to each diety you welcomed in above mention order with the hawan samagri. When you start offering for Goddess Laxmi, the head of the family will do with the kamalgatta and ghee and other family members with the hawan chanting “om mahalaxmaye namah” mantra for 108 times. • When finished all family members should stand up and offer nariyal gari for purnahuti. • .Now you are ready for the Aarti. Light the Aarti diya. Light camphor. Sing the aarti to the tune of 'Om Jai Jagdeesh hare' along with the accompaniment of the jingle of the bell. (You will find the words of the Aarti at the end of this note)
Here are theDiwaliaartis, to be sung at the time ofDiwalipuja, in order to please the gods and ask for their blessings.
Shri Ganesha Aarti
Jai Ganesh Jai Ganesh, Jai Ganesh deva Mata jaki Parvati, Pita Mahadeva. Ek dant dayavant, char bhuja dhari Mathe sindur sohai, muse ki savari, Jai Ganesh... Andhan ko ankh det, kodhin ko kaya Banjhan ko putra det, nirdhan ko maya, Jai Ganesh.... Pan chadhe, phul chadhe, aur chadhe meva Ladduan ka bhog lage, saht kare seva, ,Jai Ganesh.... Jai Ganesh, Jai Ganesh, Jai Ganesh deva, Mata jaki Parvata, Pita Mahadeva.
THE MAHALAXMI AARTI
Om Jai Laxmi Mata, Maiya JaiLaxmi Mata, Tumko nis din sevat, Hari, Vishnu Data Om Jai Laxmi Mata Uma Rama Brahmaani, Tum ho Jag Mata, Maiya, Tum ho Jag Mata, Surya ChanraMa dhyaavat, Naarad Rishi gaata. Om Jai Laxmi Mata. Durga Roop Niranjani, Sukh Sampati Data, Maiya Sukh Sampati Data Jo koyee tumko dhyaataa, Ridhee Sidhee dhan paataa Om Jai Laxmi Mata. Jis ghar mein tu rehtee, sab sukh guna aataa, Maiya sab sukh guna aataa, Taap paap mit jaataa, Man naheen ghabraataa. Om Jai Laxmi Mata Dhoop Deep phal meva, Ma sweekaar karo, Maiya Ma sweekaar karo, Gyaan prakaash karo Ma, Moha agyaan haro. Om Jai Laxmi Mata. Maha Laxmiji ki Aarti, nis din jo gaavey Maiya nis din jo gaavey Dukh jaavey, sukh aavey, Ati aananda paavey. Om Jai Laxmi Mata. Do the above with faith and devotion and don't worry too much if you do not do it very correctly. Even after finishing your puja do maximum chanting of mahalaxmi mantra.
प्रस्तुत वर्ष १३
नवम्बर २०१२ ई., मंगलवार को दीपावली स्वाति / विशाखा नक्षत्र, सौभाग्य योग
कालीन प्रदोष एवं अर्द्धरात्रि व्यापिनी अमावस्या युक्त होने से विशेषत:
प्रशस्त एवं श्लाध्य रहेगी! मंगलवार की दीवाली मन्त्र- जाप सिद्धि एवं
तांत्रिक प्रोयोगों के लिए विशेष रूप से ग्राह मानी जाती है! दीपावली में
अमावस, तिथि , प्रदोषकाल, निशिथ्काल एवं महानिशीथ काल विशेष महत्पूर्ण माने
जाते है!
* प्रदोष काल-
१३ नवम्बर को जालन्धर एवं निकटवर्ती नगरों में सूर्यास्त(१७घ. २८मी.) से
लेकर २घ. ४२मि. पर्यंत (२०घ. १०मि.) प्रदोषकाल रहेगा! (प्रतेक नगर
के रात्रिमान के अनुसार इसका समय निर्धारण करे!
सायं १७घ. ०२मि. से १९घ. ३०मि. तक वर्ष (
स्थिर) लग्न भी विशेषत: प्रशस्त होगा! प्रदोष काल में वर्ष लग्न, विशाखा
नक्षत्र, तुला के सूर्य- चंद्र में होने से अत्यंत शुभकाल रहेगा!
आगे १९घ. ०२मि. से २०घ. ३६मि. तक 'लाभ' चौघडिया भी रह्ने से इस
योग में दीपदान, श्री महालक्ष्मी पूजन, कुबेर- पूजन, बही- खता पूजन, धर्म
एवं गृह -स्थलों पर दीप प्रज्वलित करना, ब्राह्मणों तथा अपने आश्रितों को
भेंट, मिष्ठान आदि बाँटना शुभ होगा!
* निशीथ काल- १३ नवम्बर , मंगलवार को जालन्धर में निशीथ काल २०घ. १०मि. से २२घ. ५२मि. तक रहेगा . ध्यान दें , १९घ. ३०मि. से २१घ. ४४मि. तक मिथुन लग्न, तदुपरांत २४घ.
०७मि. तक कर्क लग्न विशेष प्रशस्त रहेगा!
२२घ. २०मि. से २३घ. ४४मि. तक 'शुभ' की चौघडिया रहेंगी! अतएव जिन्होंने प्रदोष एवं वर्ष लग्न में पूजन प्रारंभ न
किया हो, उनके लिए 'शुभ' चौघडिया तथा निशीथ काल की संयोग भी अत्यंत शुभ
रहेगा! इस अव्धुई में श्रीसूक्त, कनकधारा स्त्रोत तथा अन्य मंत्रो का
जाप अनुष्ठान करना चाहिए!
* महानिशीथ काल- रात्रि
२२घ. ५२मि. से २५घ. ३४ मी. तक महानिशीथ काल रहेगा! इस समयावधि में २१घ.
४४मि. से २४घ. ०७मि. तक कर्क, तदुपरांत २६घ. २७मि. तक सिंह लग्न(दोनों)
विशेष रूप से प्रशस्त होंगे! ध्यान दें, २३घ. से ४४मि से २५घ. से १८मि. तक अमृत की चौघडिया भी अत्यंत शुभ रहेगी! महानिशीथ काल में श्रीलक्ष्मी,
महाशक्ति काली की उपासना, यन्त्र- मंत्र तंत्रादी क्रियाएं व् यज्ञादि किये
जाते है!
पूजा विधि -
पूजन हेतु श्री लक्ष्मी और श्री गणेश की मूर्ति, शिवलिंग , श्री यन्त्र
पूजन सामग्री - कलावा , १ नारियल , १ नारियल गरी , कच्चे चावल , लाल कपडा , फूल , १५ सुपारी , लौंग , १३ पान के पत्ते , घी , ५- ७ आम के पत्ते , कलश, चौकी , समिधा , हवन कुण्ड, हवन सामग्री , कमल गट्टे, पंचामृत ( दूध, दही , घी , शहद , गंगाजल ), फल , मेवे , मिठाई ,पूजा में बैठने हेतु आसन, आटा, हल्दी , अगरबत्ती , कुमकुम , इत्र, १ बड़ा दीपक , रूई
१. पूजा करने के लिए उत्तर अथवा पूर्व दिशा में मुख होना चाहिए. पूजा की जगह को अच्छे से साफ़ करे . द्वार प़र रंगोली बनाये .
पूजन करने की जगह प़र आटे और रोली से अष्टदल कमल और स्वस्तिक बनाये. उसके ऊपर चौकी रखकर लाल कपडा बिछाएं. कलश में जल भर कर उसमे गंगाजल, थोड़े से चावल और सिक्का डाले . चौकी के दायीं तरफ चावल के ऊपर इस कलश की स्थापना करें. आम के ५ अथवा ७ पत्ते रखें . नारियल प़र तीन चक्र कलावा बांधकर कलश के ऊपर स्थापित करें.
२. चतुर्मुखी दीपक जलाएं . यह दीपक सम्पूर्ण दीवाली की रात्रि जलना चाहिए . अगरबत्ती जलाये . कलश और दीपक प़र हल्दी , कुमकुम और फूल चढ़ाएं .
३- श्री गणेश , देवी लक्ष्मी, शिवलिंग और श्री यन्त्र की चौकी प़र पूरे मनोयोग से स्थापना करे.
४ - सर्वप्रथम अपने गुरु का ध्यान करे. तत्पश्चात पूजन आरम्भ करें . एक दूसरे को तिलक लगा कर कलावा बांधे. स्त्रियाँ अपने बाये हाथ एवं पुरुष अपने दायें हाथ प़र बांधें .
५ - गणेश जी का ध्यान और आह्वाहन करे. इसके उपरांत उन्हें चावल ,पान , सुपारी , लौंग , फूल कलावा रुपी वस्त्र , धूप फल और भोग समर्पित करे . नवग्रह ( सूर्य , चन्द्र , मंगल , बुध , गुरु , शुक्र , शनि , राहू, केतु ), कुबेर देवता , स्थान देवता और वास्तु देवता का क्रम से आह्वाहन कर सभी का पूजन व सम्मान पान, चावल, सुपारी, लौंग, कलावा, फूल , फल धूप और भोग समर्पित कर करे .
६ - अब मन को पूरी तरह एकाग्र कर के भगवान शंकर तत्पश्चात भगवती देवी लक्ष्मी का आह्वाहन और पंचामृत से स्नान कराने उपरोक्त बताई हुई विधि के अनुसार पूजन और स्थापना करे . भगवान् शंकर का पूजन इस मंत्र के साथ करें
७ - “ ॐ महा लक्ष्मये नमः ” मंत्र का जाप अथवा श्री सूक्त का जाप करे
८ - अंत में हवन करे . हवन सामग्री में घी मिला ले . हवन कुण्ड की पूजा करे और क्रमवार सभी देवताओ के नाम का हवन करे जिन्हें अपने आमंत्रित किया है . लक्ष्मी जी के मंत्र से हवन करते समय कमलगट्टे के बीज हवन सामग्री में मिला ले और १०८ बार मंत्र का उच्चारण करते हुए हवन करे .
९ - पूर्णाहुति के लिए नारियल गरी को काट कर उसमे बची हुई हवन सामग्री पूरी भर ले और परिवार के सभी सदस्य अपना हाथ लगाकर अंतिम आहुति दे .
१०- लक्ष्मी और गणेश जी की आरती करे .
श्री गणेश आरती
जय गणेश जय गणेश , जय गणेश देवा
माता जाकी पारवती , पिता महादेवा .
एक दन्त दयावंत , चार भुजा धारी
माथे सिंदूर सोहे , मुसे की सवारी , जय
गणेश ...
अंधन को आंख देत , कोढ़िन को काया
बंझंन को पुत्र देत , निर्धन को माया , जय
गणेश ...
पान चढ़े , फूल चढ़े , और चढ़े मेवा
लड्डू का भोग लगे , संत करे सेवा , जय
गणेश ....
जय गणेश , जय गणेश , जय गणेश देवा ,
माता जाकी पारवती , पिता महादेवा
श्री महालक्ष्मी आरती
ॐ जय लक्ष्मी माता , मैया जय लक्ष्मी माता ,
तुमको निस दिन सेवत , हरी , विष्णु धाता
ॐ जय लक्ष्मी माता
उमा रमा ब्रह्मानी , तुम हो जग माता ,
मैया , तुम हो जग माता ,
सूर्य चंद्रमा ध्यावत , नारद ऋषि गाता .
ॐ जय लक्ष्मी माता .
दुर्गा रूप निरंजनी , सुख सम्पति दाता,
मैया सुख सम्पति दाता
जो कोई तुमको ध्याता , रिद्धी सिद्धी धन पाता
ॐ जय लक्ष्मी माता .
जिस घर में तुम रहती , सब सदगुण आता ,
मैया सब सुख है आता ,
ताप पाप मिट जाता , मन नहीं घबराता .
ॐ जय लक्ष्मी माता
धुप दीप फल मेवा , माँ स्वीकार करो ,
ज्ञान प्रकाश करो माँ , मोह अज्ञान हरो .
ॐ जय लक्ष्मी माता .
महा लक्ष्मी जी की आरती , निस दिन जो गावे
मैया निस दिन जो गावे ,
दुःख जावे , सुख आवे , अति आनंद पावे .
ॐ जय लक्ष्मी माता .
११ - श्रद्धा और भक्ति के साथ नमन करते हुए प्रार्थना करे के माता रानी आपके घर में प्रसन्नता के साथ सदा निवास करे .
१२ - दीपावली के अगले दिन ही पूजा का सामान हटाये और बहते पानी में विसर्जित करें .
सभी को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाये
" महामाई सर्वदा कल्याण करे"
राजगुरु राजकुमार शर्मा
अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें - http://www.bagulamukhijyotishtantra.com/
राजगुरु राजकुमार शर्मा +91 11 26366804 (11 AM to 4 PM IST)
668, DDA जनता फ्लैट , + 91 9810466622,
पुल्प्रह्लादपुर , सूरजकुंड रोड ,
दिल्ली -110044.
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विष्कम्भ आदि २७ योग तथा उनके स्वामी इस प्रकार
है-
क्रम
योग
स्वामी
शुभाशुभ
क्रम
योग
स्वामी
शुभाशुभ
१
२
३
४
५
६
७
८
९
१०
११
१२
१३
१४
विष्कम्भ
प्रीती
आयुष्मान
शौभाग्य
शोभन
अतिगंड
सुकर्मा
धरती
शूल
गंड़
वृद्धि
ध्रुव
व्याघात
हर्षण
यम
विष्णु
चन्द्र
ब्रह्मा
ब्रहस्पति
चन्द्र
इन्द्र
जल
सर्प
अग्नि
सूर्य
भूमि
वायु
भग
अशुभ
शुभ
शुभ
शुभ
शुभ
अशुभ
शुभ
शुभ
अशुभ
अशुभ
शुभ
शुभ
अशुभ
शुभ
१५
१६
१७
१८
१९
२०
२१
२२
२३
२४
२५
२६
२७
वज्र
सिद्धि
व्यतिपात
वरियान
परिघ
शिव
सिद्ध
साध्य
शुभ
शुक्ल
ब्रह्मा
एंद्र
वैधृति
वरुण
गणेश
रूद्र
कुबेर
विश्वकर्मा
मित्र
कार्तिकेय
सावित्री
लक्ष्मी
पार्वती
अश्विनीकु.
पितर
दिति
अशुभ
शुभ
अशुभ
शुभ
अशुभ
शुभ
शुभ
शुभ
शुभ
शुभ
शुभ
अशुभ
अशुभ
विष्कम्भ,
अतिगंड, शूल, गंड़, व्याघात, वज्र,
व्यतिपात, परिघ, एंद्र और
वैध्रती आदि योगो में भी उत्प्पन जातक को भी गंद मूल की भांति अशुभ माना गया है!
ये अशुभ योग है इनमे कोई भी नया कार्य करना अरिश्कारी माना गया है! अगर मजबूरी या
आव्श्यकतावश कोई नया काम करना पड़ जाये तो इसका प्रहार किसी योग्य
ज्योतिषाचार्य से पूछ लिया जाये!
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स्वप्न फल
थूक देना - परेशानी बड़े
थप्पड़ मारना - कलह क्लेश
थप्पड़ खाना - शुभ
थन स्पर्श करना - धन प्रापती
दूध पीना - ख़ुशी प्रापती
दरवाजा देखना - कार्य का आरंभ
दरवाजा बंद देखना - परेशानी हो
दांव लगाना - भारी हािन
दान करना - शुभ
दरजी देखना - काम िबगड़ना
दांत गीरते देखना - दुख एवं झंझट
दलदल देखना - व्यर्थ िचंता बड़े
दवाई पीना - रोग नाश
दुकान (भरी) देखना - धन लाभ
दुकान (खाली) देखना - धन हािन
देवी देवता देखना - ख़ुशी प्रापती
दक्िषणा देना - मंगल कार्य सूचक
दरिया में नहाना - रोग नाश
दीवार िगर्ना - धन हािन
दाह संस्कार देखना - दीर्घायु
धन देखना - धन की प्रापती
धूल देखना - यात्रा पड़े
धमकी देना - शत्रु पर िवजय
धार्िमक कार्य करना - पािरवािरक सुख
धोबी देखना - सफलता हो
धुआं देखना - कार्य में िव्घन
धुप देखना - पदोनन्ती/लाभ हो
धनुष खींचना - लाभप्रद यात्रा हो
नदी में िगर्ना - िफक्र, िचंता
नंगा देखना - कष्ट प्रापती
नदी का पानी पीना - राज्य से लाभ
न्यायालय देखना - झगडे में सफलता
नदी देखना - आकांशा पूरती
नव्यौवन देखना - प्रेम संबंध
नाख़ून काटना - रोग से मुक्ती
नाव में बैठना - झूठा आरोप लगे
नाग देखना - सुख प्राप्ती
नृत्य देखना - धन प्राप्ती
पत्थर देखना - िव्प्ती
प्यासा देखना - कार्य बाधा
पुल देखना - शुभ यात्रा हो
ज्वर पीिड़त - स्वास्थ्य ठीक
जुआ खेलना - धन हािन
जेब काटना -
धन हािन
जड़े देखना - दीर्घायु
जड़े काटना- संकट का सूचक
जनाजा देखना -
धन लाभ/तरक्की
झगड़ा देखना -
प्रसन्नता िमले
झाड़ू देखना -
नुकसान हो
झंडा देखना -
सुयश/धन लाभ
झांकी देखना -
अशुभ
झोली देखना -
िवजय संकेत
झोंपड़ी देखना - सुरक्षा सूचक
झरना देखना -
दुःख दूर हो
िटकट लेना -
सम्बन्ध टूटना
टोकरी देखना -
व्यापार में वृद्धी
टाट देखना -
सम्मानजनक िस्थित
टेलीफोन करना -
शुभ समाचार
टापू देखना -
संकट लक्ष्ण
टोपी देखना -
प्रगती
हो
ठग िमलना -
धन हािन
ठिठुरना -
उज्जवल भविष्य
ठोकर लगते देखना -
सफलता का सूचक
ठाकुर देखना -
आध्याित्मक परवर्ती
डॉक्टर देखना -
रोग उत्पत्ती
डूबते देखना -
कठिनाइयों का सामना
डोली देखना -
कोई परेशानी हो
डाकीया देखना -
समाचार प्राप्त हो
डाकू देखना -
धन हािन
ढोलक बजाना -
िकसी व्यक्ती
से भेंट
तम्बू देखना - नया काम शुरु करे
तलवार चलाना -
शत्रु पर िवजय
तपस्वी देखना -
आत्म उनत्ती
तैरते देखना -
आयु में वृद्धी
तर्पण करते रखना -
म्रत्यु का सूचक
तीर मरना -
ख़ुशी िमले
तारे देखना - मनोरथ िसद्धी
तूफ़ान देखना - परेशानी बड़े
तीर्थ देखना - धारिमक खींच
िततली देखना - प्रेम सम्बन्ध में सफलता
तोता देखना - धन लाभ
तलाक होते देखना -
दाम्पत्य सुख में बाधा
तरक्की होते देखना - योजनाओं में सफलता
तराजू देखना- व्यापार लाभ
ताली बजाना - ख़ुशी िमले
ताश खेलना -
व्यापार लाभ
ताला बंद देखना - कार्यों में रूकावट
तरबूज देखना - परेशानी
तांगा देखना - झगडा हो
परछाई देखना - अशुभ होना
पर्व देखना - शुभ हो
पशु देखना - व्यापार में लाभ
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जनवरी
मेष: इस समय संघर्ष के बावजूद धन लाभ के साधन बनते रहेंगे! भूमि, जायजाद और
वाहन पर खर्चा अधिक होगा! परिवार में ख़ुशी का वातावरण बनेगा! महीने के
अंत तक बनते कार्यों में अड़चन आएगी! पर्यतन के बाद आपके आय के साधन बनते
रहेंगे, खर्च अधिक होने से आप तनाव ग्रस्त रहेंगे!
वृषभ: महीनें के शुरुआत में बनते कार्यों में रूकावट आएगी! नौकरी याव्यवसाय में संघर्ष करना पड़ेगा! मुश्किल हालात पैदा होंगे, लेकिन फिर
भी निर्वाह योग्य धन प्राप्त होगा! २२ जनवरी के बाद शुभ कार्यो में
खर्चा होगा! व्यर्थ की यात्रायें और फिजूल खर्चा बढेगा!
मिथुन: इस समय में पराक्रम और उत्साह में वृद्धि होगी! आय और सुख के
साधनों में बढ़ौतरी होगी! परिवार में शुभ कार्यो में खर्चा होगा! १३
जनवरी के बाद आस पास के श्रेष्ट लोगों से मुलाकात होगी और उनसें सहायता
प्राप्त होगी! २४ जनवरी के बाद कार्यो में रूकावट आएगी!
कर्क: इस समय खर्चों की अधिकता से मानसिक तनाव और क्रोध अधिक रहेगा! आलस
में वृद्धि होगी! संबंधियों से मन मुटाव की सम्भावना है! स्वास्थय
सम्बन्धी परेशानी होगी! माह के अंत में विदेश से कोई शुभ समाचार प्राप्त
हो सकता है! पर धन लाभ कम और खर्चे अधिक होंगे!
सिंह: इस समय में पुरुषार्थ और उत्साह में वृद्धि होगी! परिवार में किसी
शुभ कार्य पर भी खर्चे होंगे! किसी श्रेष्ठ व्यक्ति की सहयता से व्यापार
में उन्नति के अवसर मिलेंगें! परिवार में खर्चों की अधिक रहेगी! वाहन आदि
पर खर्चे अधिक होंगे! इस माह में सूर्य की उपासना करे लाभ होगा!
कन्या: माह के शुरुआत में कुछ रुके हुए कार्यों में सफलता मिलेगी! मित्रों
की सहायता से किसी कार्य में सफलता मिलेगी! कुछ धन प्राप्ति के योग बन
सकते है! माह के अंत में अपने भी परायों जैसा व्यव्हार करेंगे! इस समय शिव
उपासना करे लाभ होगा!
तुला: माह के अंत में रुके हुए कार्यों में सफलता मिलेगी! निर्वाह योग्य
धन के साधन बनेंगे! व्यवसाय या जॉब में संघर्षपूर्ण परिस्थितियों का
सामना करना पड़ेगा! घरेलु उलझनों के कारण तनाव रहेगा! सूर्य नमसकार करे!
झुल्झुलाहत पर काबू रखे!
वृश्चिक: बहुत अधिक संघर्ष करने के बाद धन लाभ सामान्य रहेगा! नए मित्रो
से मेल मिलाप और संपर्क बढेंगें! धन की फिजूल खर्ची बढेगी! पिछले किये गये
प्रयासों में सफलता मिलेगी! परिवार में ख़ुशी का माहौल होगा!
धनु: अचानक धन प्राप्ति के साधन मिलेंगे! नौकरी और व्यवसाय में उन्नति के
नए मार्ग खुलेंगे! मनोरंजन और विलास आदि कार्यों पर खर्चा अधिक रहेगा!
किसी प्रिय व्यक्ति से सम्बन्ध बढेंगे!
मकर: माह के शुरु में रुके हुए कार्यों में सफलता प्राप्त होगी! किसी
मित्र की सहायता से किसी मुश्किल काम में सफलता प्राप्त होगी! निर्वाह
योग्य धन के साधन बनेंगे! किसी अलग व्यवसाय में लाभ हो सकता है, लेकिन
आपके अपने व्यवसाय में संघर्षपूर्ण परिस्थिति का सामना करना पड़ेगा! मित्र
वर्ग का व्यव्हार अच्छा नहीं रहेगा!
कुम्भ: अचानक धन लाभ के अवसर प्राप्त होंगे! नौकरी या व्यवसाय में उन्नति
के मार्ग खुलेंगे! नए लोगो से सम्बन्ध बनेंगे! घर में विलासिता की चीजों
का खर्च अधिक होगा!
मीन: अत्यधिक प्रयास लगाने के बाद भी निर्वाह योग्य धन प्राप्त होगा, जिस
से आप संतुष्ट नहीं होंगे! लेन- देन का काम करते समय सावधानी रखे! किसी
के धोखा देने की सम्भावना है, जिससे बनते कार्यों में देरी या बाधा आ सकती
है! अंत में सुधार होगा, पर खर्चें बने रहेंगे!
फरवरी
मेष: इस माह के पहले सप्ताह में आय कम और खर्चे अधिक रहेंगे! १३ जनवरी के
बाद कुछ बिगड़े कार्यों में सुधार होगा! मान सम्मान में वृद्धि होगी!
धार्मिक कार्यों में रुझान होगा! और कुछ अच्छे कार्यों में वृद्धि होगी!
वृषभ: व्यवसाय में लाभ और उन्नति के अवसर मिलेंगे! अच्छे और प्रतिष्ठित
लोगों से मुलाकात होगी! देश सम्बन्ध कार्यों की योजना बनेगी! वाहन और
मनोरंजन कार्यों में अधिक खर्चा होगा! माह के अंत में खर्चे अधिक और लाभ
कम होगा! श्री सूक्त या लक्ष्मी जी का पाठ करे लाभ होगा!
मिथुन: १० फरवरी तक परेशानी और तनाव रहेगा! व्यर्थ की भागादोरी और फिजूल
खर्चा होगा! ११ फरवरी के बाद पिछले किये गये प्रयासों में सफलता
मिलेगी! मन खुश रहेगा, लेकिन महीने के अंत में कुछ घरेलु उलझनों के कारण
मानसिक तनाव व् खर्च बढ़ सकता है!
कर्क: इस माह में कार्य क्षेत्र में अकस्मात उलझनों का सामना करना पड़ेगा!
बनते कार्यों में विलम्ब होगा और खर्च अधिक होगा, लेकिन निर्वाह योग्य
आय के साधन बनते रहेंगे! विद्यार्थियों के लिए विद्या की चिंता बनी
रहेगी! स्वाभाव में चिड़चिड़ापन रहेगा! जो लोग कैरिअर बनाने में लगे है उन को
भी अधिक प्रयास करना पड़ेगा!
सिंह: इस माह में पुरुषार्थ और उधम के कारण कार्य व्यवसाय में लाभ और
उन्नति के अवसर मिलेंगे! १२-१३ फरवरी को व्यवसाय में बहुत ज्यादा कठिन
परिश्रम और संघर्ष के बाद निर्वाह योग्य आय के साधन बनेंगे! खर्च अधिक
होंगे! श्री सूक्त का पाठ करे लाभ होगा!
कन्या: माह के शुरू में रुके हुए कार्यों में सफलता मिलेगी! मत्रों की
सहायता से कोई मुश्किल काम आसान हो जायेगा! आर्थिक परेशानी के बावजूद
निर्वाह योग्य आय के साधन बनेंगे! प्रयास सफल नहीं होंगे! व्यापार में
संघर्षपूर्ण परस्थितियां होंगी!
तुला: जॉब और व्यवसाय में लाभ नहीं होगा पर खर्चों की अधिकता रहेगी!
विलासिता की चीजों पर धन खर्च होगा! क्रोध और उत्तेजना से कोई बना हुआ
कार्य बिगड़ सकता है! आर्थिक उलझनों के कारण तनाव और चिंताएं रहेगी! १६
फरवरी के बाद समय तनावपूर्ण और खर्चीला होगा!
वृश्चिक: इस माह में मानसिक तनाव और पारिवारिक उलझनों का सामना करना
पड़ेगा! बनते कार्यों में उलझन पैदा होगी! १६ फरवरी के बाद व्यापार व् जॉब
में लाभ और उन्नति की सम्भावना है! किसी व्यक्ति विशेष से सम्बन्ध
बढेंगे! और नए कार्यों की योजना बनेगी!
धनु: इस माह में विघ्न बाधाओं के बावजूद भी आपको प्रयासों के लाभ
मिलेंगे! कई प्रकार के लाभ के अवसर सामने आयेंगे! मुश्किलों के बावजूद
भी सफलता प्राप्त होगी! शत्रु प्रबल होंगे! अकस्मात धन लाभ होगा! जीवन साथी का
सुख आदि शुभ समाचार मिलेंगे! स्वास्थ्य ढीला रहेगा! नए कार्यों की योजना
बनेगी!
मकर: इस माह में उलझनों के बावजूद पराक्रम आय के साधनों में वृद्धि होगी,
लेकिन पूरा लाभ नहीं उठा पाएंगे! स्त्री और संतान की और से ख़ुशी प्राप्त
होंगी! माह के अंत में धर्म स्थान या किसी पास दूर की यात्रा के योग है!
विदेश या दूर के कार्यों में प्रगति के आसार बनेंगे! कोई शुभ समाचार
मिलेगा!
कुम्भ: माह के शुरू में धन हानि के योग है! किसी उच्च अधिकारी से विरोध
पैदा होगा! शारीरिक कष्ट व् मानसिक तनाव अधिक रहेगा! प्रयासों के बाद भी
सफलता नहीं मिलने की सम्भावना है! १७ के बाद स्थिति में सुधार होगा!
बिगड़े हुए कार्य बनेंगे! किसी मित्र की सहायता से निर्वाह योग्य धन की
प्राप्ति होगी! नए सम्बन्ध बनने की सम्भावना है!
मीन: इस माह किसी मित्र की सहायता से कोई बिगड़ा हुआ कार्य बनेगा!
निर्वाह योग्य धन के साधन बनते रहेंगे! व्यर्थ की बहसबाजी से बचे
क्योकि उससे पारिवारिक या व्यावसायिक उलझनें पैदा हो सकती है! सूर्य
नमसकार करे लाभ होगा!
अपनी जन्म तिथि के अनुसार भविष्य जानने के लिए यहाँ फॉर्म भरे -
मेष: कार्यों और व्यवसाय में भागीदारी अधिक रहेगी! लाभ कम और खर्चें अधिक
होंगे! वाहन आदि साधनों पर विशेष खर्च होगा! भलाई के कार्यो में रूचि
होगी और उस पर खर्च भी करेंगे!
वृषभ: कारोबार में ज्यादा व्यस्त रहेंगे! शारीरिक कष्ट और करचें बढ़ेंगे!
व्यवसाय में उतार चढ़ाव का सामना करना पड़ेगा! आर्थिक परेशानी और आमदनी से
सम्बंधित परेशानी होगी! आय कम और खर्च ज्यादा रहेगा!
मिथुन: राशी स्वामी नीच भाव में होने की वजह से भागादौड़ी और खर्च अधिक
रहेंगे! विदेश सम्बन्धी या दूर स्थानों के कार्यो में कुछ बाधा के बाद
सफलता मिलेगी! महीने के अंत में व्यवसाय में आय कम और खर्चा अधिक रहेगा!
स्वास्थ्य परेशानी रहेगी! बनते कार्यो में बाधा आएगी! इस समय विष्णु
सह्श्त्र नाम का पाठ करे!
कर्क: कई बाधाओं के बावजूद धन प्राप्त होता रहेगा! व्यर्थ के कार्यों में
समय नष्ट होगा! व्यवसाय में आर्थिक परेशानी रहेगी, लेकिन संघर्ष के
बावजूद निर्वाह योग्य धन आता रहेगा!
सिंह: किसी मित्र के सहयोग से बिगड़े कार्य बनेंगे! विघ्न बाधाओं के
बावजूद योग्य धन प्राप्त होगा! खर्च अधिक रहेगा! माह के अंत में तनाव
बढेगा! वाहन आदि चलाते समय सावधानी रखे! इस समय हनुमान चालिषा का पाठ करे!
कन्या: किसी शुभ कार्य पर धन का खर्चा होगा! किये गये प्रयासों का लाभ
नहीं मिलेगा! किसी प्रिय बंधू से मन मुटाव या गलत फेमिया उतत्पन हो सकती
है! किसी मित्र या बंधू से धोखा मिलने की सम्भावना है! अक्समात धन का
खर्चा हो सकता है! सोच समझ कर निर्णय ले! इस समय में जय गणेश काटो क्लेश
का जाप करे!
तुला: माह के शुरू बाधाओं और परिश्रम के बाद लाभ के अवसर मिलेंगे!
अकस्मात खर्चा बढेगा! १५ मार्च के बाद व्यर्थ की चिंता और खर्चें आपको
परेशान करेंगे!सरकारी कार्यों के प्रति कुछ परेशानी बढ़ेगी और अपनी गलतियों
से ही अपना कार्य बिगाड़ लेंगे! इस समय सोच समझ कर फैसले ले!
वृश्चिक: किये गये प्रयासों के लाभ मिलेंगे! निर्वाह योग्य धन के अवसर
प्राप्त होंगे! मनोरंजन और विलासिता के कार्यों पर खर्चा होगा! सामाजिक
संबंधों में सुधार होगा! घर में ख़ुशी का वातावरण होगा!किसी विशेष
व्यक्ति से मुलाकात हो सकता है!
धनु: इस माह में विघ्न बाधाओं के बावजूद भी प्रयासों के लाभ मिलेंगे! कई
प्रकार लाभ के अवसर सामने आयेंगे! मुश्किलों के बावजूद भी सफलता प्राप्त
होगी! शत्रु प्रबल होंगे! अकस्मात धन लाभ होगा! जीवन साथी का सुख आदि सुख
समाचार मिलेंगे!
मकर: इस माह में रुकावटों के बावजूद पराक्रम में वृद्धि होगी! आय के साधन
बनेंगे! जॉब/ व्यवसाय में ज्यादा व्यस्त रहेंगे! माता-पिता के सहयोग से
विशेष लाभ होने की सम्भावना है! धर्म- कर्म में रूचि बढेगी! मित्रों से
सहायता मिलेगी! गुप्त शत्रुओ से सावधान रहे!
कुम्भ: माह के शुरू में निर्वाह योग्य धन प्राप्त होगा, लेकिन
परिस्थितियां संघर्षपूर्ण रहेगी! आराम कम और भागादौड़ी ज्यादा रहेगी! भूमि
और वाहन से सम्बंधित खर्चा होगा! वाहन चलाते समय सावधान रहे!
मीन: अत्यधिक संघर्ष से बावजूद धन लाभ होगा! व्यर्थ के कार्यों में समय
नष्ट होगा! पेट और आँखों से सम्बंधित परेशानी होगी! १६ मार्च के बाद किसी
नए मित्र से सम्बन्ध बनेंगे जिससे किये गये प्रयासों में सफलता मिलेगी!
अप्रैल
मेष: बॉस से किसी प्रकार विरोध पैदा हो सकता है! धन का नुकसान होगा! बनते
कार्यों में बाधा आएगी! १४ अप्रैल के बाद बिगड़े काम बनेंगे और काफी राहत
होगी! उच्च सामाजिक लोगों से आपके सम्बंध बनेंगे जिससे लाभ होगा!
वृषभ: इस समय शुभ और अशुभ दोनों प्रकार के फल मिलेंगे! व्यर्थ की
भागादौड़ी और फिजूल खर्च होगा, लेकिन किये गये प्रयासों का लाभ मिलेगा!
कोई शुभ समाचार मिलने से घर में खर्चा होगा! मानसिक तनाव और फिजूल खर्ची
बनी रहेगी!
मिथुन: आय के साधनों में वृद्धि होगी! उच्च व् प्रतिष्ठित लोगो से संपर्क
बढेंगे जिससे आपके बिगड़े काम बनेंगे! नए-२ मित्र बनेंगे! वाहन और सुख
सुविधाओं पर खर्चा बढ़ेगा!
कर्क: निर्वाह योग्य धन आता रहेगा, लेकिन भागादौड़ी रहेगी! फिजूल खर्ची
बढेगी! अधिकांश समय सोच विचार में ही बीतेगा, लेकिन ५ अप्रैल के बाद कुछ
बिगड़े कार्य बनेंगे! इस लिए हनुमान की साधना और हनुमान चालिषा पढना
अच्छा होगा!
सिंह: माह के शुरुआत में व्यर्थ की भागादौड़ी अधिक रहेगी! तनाव व् धन का
खर्च भी अधिक रहेगा, परन्तु मंगल की शुभ स्थिति होने की वजह से हालात में
कुछ सुधार होगा! बिगड़े हुए कार्य बनेंगे! २१ या २३ अप्रैल को किसी प्रिय
बंधू से मुलाकात होगी! आदित्य हृदयं स्तोत्रं का पाठ करे और सूर्य
नमस्कार करे!
कन्या: इस माह में बिगड़े कार्यों में सुधार होगा! धन लाभ और उन्नति होगी!
पिछले किये गये प्रयासों का फल मिलने की सम्भावना है! पारिवारिक सुख में
वृद्धि होगी! किसी शुभ कार्य पर धन खर्च होगा! २२ अप्रैल के बाद आर्थिक
परेशानी और चिंताएं बढेगी! भलाई करने पर भी बुराई मिलेगी!
तुला: १५ अप्रैल तक अपने कार्य क्षेत्र में बहुत व्यस्त रहेंगे! किसी नए
कार्य की योजना बनेगी! पिछले किये गये प्रयासों का लाभ मिलेगा! अधिक
प्रयासों से कोई रुका हुआ कार्य बनने की सम्भावना है!
वृश्चिक: कार्य क्षेत्र में ज्यादा व्यस्त रहोगे! कोई रुका हुआ बनने की
सम्भावना है! १७ मार्च के बाद विदेश सम्बन्धीकार्यों में कुछ बाधा उत्पन
होगी! २२ के बाद नए-२ संपर्क होगा! उच्च अधिकारी और वरिष्ठ व्यक्तियों के
सहयोग से भाग्य वृद्धि के योग है पर खर्चों के कारण मानसिक तनाव बना
रहेगा!
धनु: इस माह शुभ और अशुभ दोनों प्रकार के फल मिलेंगे! १५ तक धन लाभ और
सुख साधनों के वृद्धि होगी! १५ के बाद अचानक खर्चें, घरेलु उलझनें और
परेशानी होगी! अनावश्यक बहस से बचे!
मकर: इस माह में आप कारोबार बहुत ज्यादा व्यस्त रहेंगे! धन आने में
कठिनाइयाँ आएगी! क्खार्चों की अधिकता से मन तनावपूर्ण रहेगा! गृहस्थ जीवन में
कोई मतभेद या विचार विरोध हो सकता है! स्वास्थय का ध्यान रखे! भागादौड़ी
बढ़ेगी और आय के साधनों में बाधाएँ आएगी!
कुम्भ: भागदौड़ अधिक रहेगी! चिंताओं में वृद्धि होगी! फिजूल खर्ची बढेगी!
किसी निकट सम्बन्धी से मन मुटाव पैदा होगा! २५ अप्रैल के बाद कुछ बिगड़े
हुए कार्य बनने की सम्भावना है! धन लाभ के अवसर प्राप्त होंगे!
मीन: इस माह मिले- जुले फल प्राप्त होंगे! व्यवसाय में लाभ मध्यम रहेगा!
धन खर्चा परेशान करेगा! क्रोध और उत्तेजना से किये गये फैंसलें से कोई
कार्य बिगड़ सकता है! आर्थिक उलझनों से तनाव बढ़ सकता है! इस समय जोश से
ज्यादा होश से काम ले!
अपनी जन्म तिथि के अनुसार भविष्य जानने के लिए यहाँ फॉर्म भरे -
मेष: किसी नए कार्य की योजना बनेगी! आय के साधनों में बढोतरी होगी! दूर
और पास या विदेश यात्रा और भागादौड़ी अधिक रहेगी! व्यर्थ के खर्चें और संघर्ष
करना पड़ेगा! मित्रों और सम्बन्धियों का सहयोग मिलेगा! पैत्रिक सम्पत्ति को
लेकर मतभेद हो सकता है! महिलाओं को परिवार में परेशानी का सामना करना
पड़ेगा!
वृषभ: इस माह रुके हुए कार्यों में कुछ सफलता मिलेगी! धन लाभ और उन्नति
होगी! प्रयासों का लाभ मिलेगा, लेकिन दुर्घटना या चोट आदि लगने की
सम्भावना है जिसके कारण धन खर्च होगा! व्यर्थ की भागादौड़ी होगी! स्वाभाव
में तनाव और उग्रता आ जाएगी! इस समय में लक्ष्मी जी की साधना करे!
मिथुन: आशाओं में सफलता मिलेगी! धन लाभ और उन्नति के अवसर प्राप्त होंगे!
कोई नया कार्य शुरू करने में लाभ मिल सकता है! १५ मई के बाद आपके उत्साह
में वृद्धि होगी और कोई बिगड़ा हुआ काम बनेगा! इस समय विद्यार्थियों को
अधिक मेहनत करके लाभ उठाये!
कर्क: इस माह अधिक प्रयास करने पर भी लाभ सामान्य रहेगा! अधिक समय व्यर्थ
के कार्यों में नष्ट होगा! पेट और आँखों से सम्बंधित कष्ट होने की
सम्भावना है! धन के फिजूल खर्चे बढेंगे! किसी नए मित्र के साथ सम्बन्ध
बनेंगे! शिक्षा और आपके किये गये प्रयासों में सफलता मिलेगी! मानसिक शांति
का अनुभव करेंगे! परिवार में ख़ुशी का माहोल होगा!
सिंह: इस समय सोची हुयी योजनाओं में कामयाबी मिलेगी और व्यवसाय में लाभ
और उन्नति के मार्ग खुलेंगे! पदोन्नति व् धन लाभ के योग है! विदेश
सम्बन्धी पिछले किये गये कार्यों में सफलता मिलेगी! धार्मिक कार्य व्
उत्साह आदि में धन खर्च होगा!
कन्या: स्वास्थय का ध्यान रखे! तनाव के कारण सेहत ख़राब हो सकती है!
स्वाभाव में क्रोध और भागादौड़ी अधिक रहेगी! विरोधी हानि पहुंचाने की कोशिश
करेंगे! किसी नए कार्य की योजना बन सकती है लेकिन आय के साधन सिमित
रहेंगे!
तुला: मेहनत और भागादोरी अधिक रहेगी फिर भी निर्वाह योग्य धन की
प्राप्ति होगी! बिजनेस में उतार चढाव रहेगा! स्थान परिवर्तन के योग है!
स्वास्थय के प्रति विशेष सावधानी रखे! एलर्जी के रोग आपको परेशान करेंगे!
वृश्चिक: आर्थिक और पारिवारिक उलझनों के कारण मन परेशान और अशांत रहेगा!
स्वाभाव में चिड़चिड़ापन रहेगा, पर कठिन परिस्थिति में भी आय के साधन बनते
रहेंगे! परिवार में कोई मंगल कार्य होगा! माह के अंत में व्यावसायिक
कार्यों में अड़चन आने की सम्भावना है!
धनु: किसी नए कार्य की योजना बनेगी! आय के साधन बनेंगे! किसी प्रिय जन की
सहायता से कार्य क्षेत्र में सफलता मिलेगी! पारिवारिक सुखो में वृद्धि
होगी, पर अचानक स्वाभाव के खराबी या कोई गुप्त रोग होने की सम्भावना है!
मकर: इस माह में शुभ कार्यो में खर्चा होगा! संघर्ष और कठिनाइयों के
बावजूद आय के साधन बनते रहेंगे! स्त्री और परिवार में सुख प्राप्त होगी ! १५
मई के बाद बनते हुए कार्यों में अड़चन आएगी! खर्चों के कारण परेशानी होगी!
कुम्भ: इस माह में मिले- जुले फल मिलेंगे! मानसिक तनाव व् घरेलु उलझने
बढेगी! अधिक प्रयास करने पर भी मुश्किल से धन प्राप्त होगा! स्वाभाव में
चिड़चिड़ापन और क्रोध आएगा जिसके कारण कोई कार्य बिगड़ सकता है! धन
सम्बन्धी विशेष चिंता रहेगी!
मीन: माह के शुरू में कठिन परिस्थितियों का सामना पड़ेगा! अधिक प्रयास
करके अल्प धन के योग बनेंगे! स्वास्थय से परेशान रहोगे! जॉब/व्यवसाय में
परेशानी रहेगी! अधिक खर्चो के कारण तनावपूर्ण रहेंगे!
जून
मेष: बिजनेस की स्थिति मध्यम रहेगी! व्यस्त रहेंगे! किसी विदेश
सम्बन्धी या मित्र से मुलाकात होगी! व्यर्थ की भागादौड़ी ज्यादा रहेगी! धन
लाभ कम होगा! स्वास्थय से सम्बंधित परेशानी हो सकती है! पारिवारिक चिंता
बनी रहेगी! किसी प्रकार धोखा मिलने की सम्भावना रहेगी! सावधान रहें!
वृषभ: इस समय व्यर्थ की भागादौड़ी रहेगी! फिजूल खर्च होता रहेगा पर कुछ बिगड़े कार्य
बनेंगे! २२ जून के बाद किये गये प्रयासों में सफलता मिलेगी! पारिवारिक लोगो का
साथ मिलेगा! कुछ घरेलु उलझनों के कारण मन अशांत रहेगा! और खर्चें परेशान करेंगे!
मिथुन: इस महीने आपकी आशाओं को सफलता मिलेगी! रुके हुए कार्य पूर्ण
होंगे! वाहन सुख और कोई सवारी का लाभ मिलेगा! धन और मान सम्मान में लाभ
होगा! आय में वृद्धि होगी पर खर्चे भी अधिक होंगे!
कर्क: आमदनी की स्थिति में सुधार होगा! विलास आदि कार्यों पर धन अधिक खर्च
होगा! घर और पारिवारिक चिंता रहेगी! स्वास्थय की परेशानी होगी! अपनों के
साथ विचार विरोध होने की सम्भावना है!
सिंह: इस समय शनि साडेसाती में होने की वजह से स्वास्थय में परेशानी होगी
और जिम्मेदार्याँ बढेगी! मानसिक तनाव शत्रु भाग्य और अनावश्यक खर्च
बढेंगे! १३ जून के बाद पिछले किये गये कार्यों में सफलता मिलेगी! धन लाभ
के अवसर बढेंगे!
कन्या: विघ्न और बाधाओं के बावजूद के योग्य आर्थिक लाभ होगा! किसी उच्च
अधिकारी या विशिष्ट लोगों से ससम्बन्ध बनेंगे! स्त्री सुख और घर परिवार की
तरफ से ख़ुशी का समाचार मिलेगा ! धन का खर्च सोच समझ कर करे!
तुला: माह के शुरू में कुछ बिगड़े कार्यों में सुधार होगा! धन लाभ के अवसर
प्राप्त होंगे! पारिवारिक सुख में वृद्धि होगी! प्रयासों का लाभ मिलेगा!
खर्चो में वृद्धि होगी! भाई बंधुओं का सहयोग कम मिलेगा!
वृश्चिक: व्यवसायिक लाभ में उन्नति होगी! नयी योजनाओं में रूचि होगा!
ग्रस्थ्य जीवन में खर्चों की अधिकता रहेगी! मनोरंजन और भ्रमण और पास- दूर
की यात्रा और सवारी सुख मिलने की सम्भावना है! स्वास्थय ठीक नहीं रहेगा!
खर्चें बढेंगे! मित्र वर्ग परायों जैसा व्यव्हार करेंगे!
धनु: सोची हुयी योजनाओं में कुछ सफलता मिलेगी! कुछ बिगड़े काम बनेंगे! धन
लाभ और उन्नति के योग है! व्यवसाय में वृद्धि होगी! माह के अंत में शरीर
में आलस आएगा! स्वास्थय ख़राब रहेगा! व्यर्थ के कार्यों में धन खर्च होगा!
मकर: इस माह शारीरक कष्ट, मानसिक तनाव या स्वास्थय में हानि होने की
सम्भावना है! कई प्रकार की उलझनों का सामना करना पड़ेगा! माह के अंत में
कोई बिगड़ा हुआ कार्य बनेगा! लाभ कम और खर्च अधिक रहेगा! भाई बंधुओं से
मन मुटाव रहेगा! स्वाभाव में चिड़चिड़ापन और क्रोध बढ़ेगा!
कुम्भ: अकारण क्रोध, उत्तेजना और व्यर्थ की भागदौड़ लगी रहेगी! स्वास्थय
ढीला रहेगा! शत्रु सक्रीय रहेंगे! मानसिक तनाव और व्यर्थ की यात्रा हो
सकती है! या कोई स्थान परिवर्तन योग हो सकता है!
मीन: विघ्न बाधाओं और मेहनत के बावजूद अल्प धन लाभ होगा! खर्चें बढेंगे!
सरकारी क्षेत्रों में परेशानी होगी! अपनी गलती से किये गये कोई कार्य
बिगड़ने के योग है! जल्दबाजी से किये गये फैसले से कोई काम बिगड़ सकता
है! पेट से सम्बंधित कोई परेशानी रहने की सम्भावना है!
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मेष: बिजनेस की स्थिति मध्यम रहेगी! व्यस्त रहेंगे! किसी विदेश सम्बन्धी
या मित्र से मुलाकात होगी! व्यर्थ की भागादौड़ी ज्यादा रहेगी! धन लाभ कम
होगा! स्वास्थय से सम्बंधित कोई परेशानी हो सकती है! पारिवारिक चिंता
रहेगी! किसी प्रकार धोखा मिलने की सम्भावना रहेगी! उनसे सावधान रहे!
खर्चों की वजह से परेशानी रहेगी!
वृषभ: इस माह कार्य, बिजनेस और जॉब में उन्नति के अवसर मिलेंगे! १५ जुलाई
के बाद कुछ बिगड़े हुए और रुके हुए कार्य बनेंगे और नए कार्यों की योजना
बनेगी और उत्साह बढ़ेगा! महीने के अंत में खर्चे बढेंगे! तनाव रहेगा!
मिथुन: विपरीत परिस्थितियों के बावजूद विशिष्ट व्यक्तियों और मित्रों
की सहायता से आपकी सोच को ज्यादा लाभ मिलेगा! २० जुलाई के बाद धर्म- कर्म में
रूचि होगी और कोई खर्चा हो सकता है!
कर्क: इस माह में मेहनत और भागादौड़ी अधिक रहेगी! कारोबार में कई प्रकार
के उतार चढाव रहने की सम्भावना है! निर्वाह योग्य धन की प्राप्ति होगी!
२२ जुलाई के बाद कोई स्थान परिवर्तन योग हो सकता है! आर्थिक स्थिति अच्छी
होगी! अच्छे और प्रतिष्ठित लोगो से सम्बन्ध होंगे!
सिंह: माह के शुरू में खर्चें अधिक होंगे! कार्यों में व्यस्त रहेंगे,
परन्तु संघर्ष के बावजूद निर्वाह योग्य आय के साधन बनते रहेंगे! कार्य
व्यवसाय में लाभ और उन्नति के अवसर बढेंगे! परन्तु शनि साडेसाती में होने के
कारण मानसिक तनाव और घरेलु उलझने भी रहेगी!
कन्या: इस समय अत्यधिक संघर्ष और भागादौड़ी रहेगी! आय कम रहेगी पर खर्चें
बहुत परेशान करेंगे! निर्वाह योग्य धन की प्राप्ति होगी! किसी नए कार्य
की योजना बन सकती है! पर उसमे सफलता मिलना मुश्किल है!
तुला: व्यवसाय में बहुत ज्यादा संघर्षपूर्ण परिस्थितियों का सामना करना
पढ़ेगा! बहुत ज्यादा भागदौड़ करने पर भी आय कम और खर्चे अधिक रहेंगे!
मानसिक तनाव रहेगा! स्वाभाव में चिड़चिड़ापन आएगा! संतान सम्बन्धी चिंता
रहेगी! गुजारे लायक धन मिलने की सम्भावना है!
वृश्चिक: इस समय बहु ज्यादा कठिन समस्याओं का सामान करना पड़ेगा! व्यर्थ
की भागादौड़ी रहेगी! परिवार में किसी वरिष्ट व्यक्ति के कारण चिंताओं में
और फिजूल खर्ची में वृद्धि होगी! गुप्त शत्रुओं से सावधान रहे! २४ के बाद
धन लाभ के योग है पर अचानक खर्चें भी बढेंगे!
धनु: इस समय अधिक प्रयास करने के बाद ही कोई रुके हुए कार्य बनेंगे!
आमदनी और खर्चे बराबर रहेंगे! धर्म- कर्म में रूचि रहेगी! परिवार में किसी
मंगल कार्य पर खर्चा होगा! १५ जुलाई के बाद अचानक मानसिक तनाव, शत्रुओं का
भय रहेगा और साझेदारी के कार्यों में विशेष लाभ नहीं होगा! तनाव बढेगा!
मकर: मान सम्मान में वृद्धि होगी! धार्मिक कार्यों में रूचि बढेगी!
प्रयास सफल होंगे जिससे आय के साधन बढेंगे! भूमि, सवारी और सुख साधनों
में वृद्धि होगी! माह के अंत में मानसिक तनाव और धन की चिंता रहेगी!
कुम्भ: इस समय स्वाभाव में अत्यधिक क्रोध और व्यर्थ की बहसबाजी रहेगी!
उन्नति में बाधा उत्पन होगी! आर्थिक परेशानी और अचानक खर्चें बढेंगे! कोई
निकट सम्बन्धी आपको धोखा दे सकता है! सावधान रहे! क्रोध पर काबू रखे!
मीन: अचानक धन प्राप्ति के अवसर बनेंगे! नौकरी/व्यवसाय में उन्नति के
अवसर बनेंगे, लेकिन पारिवारिक उलझनों के कारण उनका लाभ नहीं उठा पाएंगे!
निकट बंधुओं से क्लेश रहने की सम्भावना है!
अगस्त
मेष: इस माह विदेश से सम्बंधित प्रगति होगी! धन प्राप्ति के साधन बढेंगे!
किये गये प्रयासों का लाभ अधिक प्रयास करने पर होगा! कोई सरकारी कार्य बन
सकता है या कोई सरकारी लाभ मिल सकता है! सवारी आदि सुख सुविधा की
प्रगति होगी! विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा में रुकावटों का सामना करना
पड़ेगा!
वृषभ: इस माह संघर्ष के बाद भी धन लाभ के साधन बनते रहेंगे! जमीन जायजाद
और मकान में निवेश करेंगे! वाहन आदि का योग बनेगा! परिवार में ख़ुशी का
वातावरण बनेगा! माह के अंत में कार्यों में अड़चन आएगी! घरेलु और
व्यावसायिक उलझनें बढ़ेगी!
मिथुन: इस माह धन के काफी अवसर मिलेंगे परन्तु निजी कार्यों से लाभ नहीं
मिलेगा! मानसिक तनाव रहेगा! क्रोध तथा उत्तेजना से कोई बना कार्य
बिगड़ेगा! आर्थिक तनाव और चिंता बढेगी! आदित्य हृदयं स्तोत्रं का पाठ
करे!
कर्क: स्वास्थय से सम्बंधित परेशानी हो सकती है! वैवाहिक जीवन में
परेशानी होगी! संबंधो में तनाव के बाद किसी प्रकार सुख साधनों पर खर्चा
होगा! माह के अंत में रुके हुए कार्यों में प्रगति होगी! व्यापार और
उन्नति और धन लाभ के अवसर मिलेंगे! इस समय सत्य नारायण जी की कथा या व्रत
करे लाभ होगा!
सिंह: माह के शुरू में किसी नए कार्य की योजना बनेगी! विदेश सम्बन्धी
कार्यों में प्रगति और धन लाभ के साधन बढेंगे! १७ अगस्त के बाद बाधाओं के
बावजूद कुछ कार्यों में सुधार होगा! मान सम्मान में वृद्धि होगी, परन्तु
क्रोध ज्यादा आएगा!
कन्या: व्यर्थ की भागादौड़ी रहेगी! बनते का कार्यों में बाधा पैदा होगी!
क्रोध के कारण हानि की सम्भावना रहेगी! कोई फैसला प्रतिकूल हो सकता है!
१६ अगस्त के बाद बनते कार्यों में बाधा आएगी! प्रयासों में सफलता नहीं
मिलेगी! खर्चा अधिक होगा! आँखों से सम्बंधित परेशानी हो सकती है!
तुला: आय कम और खर्च अधिक रहेगा! व्यर्थ की भागादौड़ी और फिजूल खर्च अधिक
रहेगा! धन की हानि और स्वास्थय के प्रति सचेत रहे! बनते कार्यो में बाधा
आएगी! परिवार सम्बन्धी चिंताए रहेगी! सूर्य नमसकर करे और तनाव से मुक्त
रहे!
वृश्चिक: बनते कार्यो में अड़चन होगी! परिवार संबधित चिंता और मानसिक तनाव
रहेगा! आर्थिक स्थिति मध्यम रहेगी! मानसिक तनाव के कारण स्वास्थय से
सम्बंधित परेशानी हो सकती है! और खर्चा अधिक रहने की सम्भावना है !
अत्यधिक खर्चों से सावधान रहे!
धनु: माह के शुरू में व्यर्थ की भागादौड़ी और फिजूल खर्च बढ़ेगा! व्यवसाय
और जॉब में कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ेगा! धन लाभ मध्यम रहेगा!
आराम कम और भागादौड़ी ज्यादा रहेगी! योजनाओं को कार्य रूप देने में समय
अधिक लगेगा! मानसिक तनाव रहेगा!
मकर: व्यवसाय के लिए ये समय शुभ रहेगा! नयी योजनाओं को कार्य रूप देने
में काफी प्रयास करने पड़ेंगे! सरकारी कार्यों में कुछ विघ्नों के बाद
सफलता मिलेगी! माह के अंत तक घरेलु परेशानी और खर्चों के कारण तनाव
रहेगा!
कुम्भ: माह के शुरू में धन हानि और किसी उच्च अधिकारी से विरोध
होंगे! बनते कार्यों में रुकावटें आएगी! शारीरिक कष्ट रहेगा! और आर्थिक
परेशानी रहेगी ! और अत्यधिक खर्चें रहेंगे! १७ के बाद प्रयासों में सफलता
मिलेगी! बिगड़े कार्य बनेंगे!
मीन: इस माह धन लाभ पर खर्च होने के कारण धन को बचा नहीं पाएंगे! घरेलु
और व्यावसायिक उलझनों के कारण परेशानियाँ बढेगी! १६ अगस्त के बाद धन लाभ
होगा पर खर्चे भी अधिक रहेंगे! नए सम्बन्धियों में बढ़ोतरी होगी जो
लाभकारी होंगे!
सितम्बर
मेष: इस माह किसी प्रतिष्ठित मित्रों की सहायता से बिगड़े हुए कार्य
बनेंगे! किसी नए कार्य की योजना बन सकती है! १५ सितम्बर के बाद स्वास्थय
समस्या या चोट लग सकती है! किये गये प्रयासों का लाभ मिलता रहेगा! इसमें
क्रियशील रहे! गायत्री मंत्र का पाठ करना पड़ेगा!
वृषभ: इस माह सोची हुयी योजना में आर्थिक सफलता मिलेगी! धन का खर्च विलास
या मनोरंजन पर होगा! किसी प्रिय बंधू से मुलाकात होगी! दूर या पास की
यात्रा की सम्भावना है! स्वास्थय के प्रति सचेत रहे! हानि होने की
सम्भावना है!
मिथुन: परिश्रम और भागादौड़ी रहेगी! कठिन परिस्थितियों में बावजूद निर्वाह
योग्य धन प्राप्त होगा! व्यवसाय में उतार- चढाव पर छोटी- मोटी परेशानी
आएगी! त्वचा, आँखे और सर दर्द रहने की सम्भावना है! स्वास्थय का ध्यान
रखे! नमक कम खाए और सूर्य नमसकार करे!
कर्क: हालातों में सुधार होगा! कुछ बिगड़े कार्यों होंगे! अच्छे लोगों से
मित्रता बढेगी! २० सितम्बर से परिवार में धार्मिक कार्यों में धन खर्च होगा!
किसी जमीन से सम्बंधित कोई परेशान है तो उसको दूर होने में समय लगेगा!
सिंह: १६ सितम्बर तक दैनिक कार्यों तथा सरकारी क्षेत्रों में कुछ रुके हुए
कार्यों में प्रगति होगी, परन्तु आये के साधन कम रहेंगे! १७ सितम्बर के
बाद व्यर्थ की भागादौड़ी रहेगी! व्यर्थ की भागादौड़ी रहेगी! व्यर्थ का
खर्चा होगा और मुश्किल हालात में धन लाभ मध्यम रहेगा!
कन्या: इस माह अधिक संघर्ष हालात बनेंगे! व्यर्थ की भागादौड़ी और मानसिक
तनाव रहेगा! स्वाभाव में क्रोध और चिड़चिड़ापन और उदासी रहेगी! १६ सितम्बर
के बाद कुछ राहत मिलने सम्भावना है! नए सम्बन्ध से आय के साधन बढेंगे!
धर्म-कर्म में रूचि बढेगी!
तुला: स्वाभाव में अकारण क्रोध और उत्तेजना बढेगी! शत्रु नुकसान पहुँचाने
की कोशिश करेंगे! मानसिक तनाव के कारण पारिवारिक क्लेश बढेगा, लेकिन माह
के अंत में जमीन या वाहन का लाभ हो सकता है! इस समय लक्ष्मी जी आराधना
साधना करे!
वृश्चिक: अचानक धन लाभ के योग है! प्रयास करने पर कोई रुका हुआ कार्य
बनेगा! किसी उत्सव आदि का आयोजन होगा! नौकरी या स्थान परिवर्तन या आयोजन
का योग है! परिवार में ख़ुशी का माहौल रहेगा!
धनु: माह के शुरू में व्यर्थ की भागादौड़ी और फिजूल खर्च बढेगा! व्यवसाय
और जॉब में कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ेगा! धन लाभ मध्यम रहेगा!
आराम कम और भागादौड़ी ज्यादा रहेगी! योजनाओं के कार्य रूप देने में समय
अधिक लगेगा! मानसिक तनाव रहेगा!
मकर: पारिवारिक सहयोग मिलेगा और सफलता मिलेगी! भाग्य साथ देगा! निर्वाह
योग्य धन प्राप्त होगा! माह के अंत में २२ सितम्बर के बाद मानसिक तनाव और
घरेलु उलझने बढेगी! आय से खर्च अधिक होगा! वाद विवाद से हानि होगी!
कुम्भ: व्यवसाय में उन्नति के अवसर प्राप्त होंगे! अडचनों के कारण विशेष
लाभ में कमी रहेगी! किसी प्रिय बंधू मुलाकात लाभकारी रहेगी! पारिवारिक
सुख में वृद्धि होगी! धन हानि और बनते कार्यों में रूकावट आएगी!
मीन: विघ्न बाधाओं के बावजूद निर्वाह योग्य आय के साधन बनते रहेंगे! घर में
कोई मंगल कार्य होगा, लेकिन पारिवारिक क्लेश के कारण मन अशांत रहेगा! आलस
में वृद्धि होगी! धन का खर्च होगा!
अक्टूबर
मेष: इस माह में बिजनेस की स्थिति मध्यम रहेगी! आस पास की यात्रायें होगी!
माह के अंत बनते कार्यों में बाधा आएगी! खर्चों की अधिकता रहेगी! फिर भी
निर्वाह योग्य धन की प्राप्ति होगी!
वृषभ: धर्म- कर्म में रूचि होगी, समाज में मान प्रतिष्ठा बढेगी! दैनिक
कार्यों में प्रगति होगी! माह के अंत में बिजनेस या किसी कार्य में
परिवर्तन करने की योजना बनेगी! २३ या २४ अक्टूबर को कोई शुभ समाचार मिलने
की सम्भावना है जिसके कारण अचानक खर्चों में बढोतरी होगी !
मिथुन: दैनिक कार्यों में प्रगति होगी! व्यापार में सम्बन्धियों से लाभ
मिलेगा! नए लोगों से मुलाकात होगी! २४ या २५ अक्टूबर को सरकारी कार्यों में
बाधा उत्पन होगी! पारिवारिक शांति के लिए आदित्य हृदयं स्तोत्रं का पाठ
करे या सूर्य नमस्कार करे!
कर्क: इस माह परिक्षण या भागादौड़ी अधिक रहेगी! कारोबार में कई प्रकार के
उतार चढाव आयेंगे! तथा परेशानी अनुभव करेंगे, फिर भी निर्वाह योग्य धन
प्राप्त होगा! माह के अंत में आर्थिक स्थिति अच्छी होगी और किसी उच्च
अधिकारी से सम्बन्ध बनेंगे!
सिंह: इस माह में मिले- जुले फल मिलेंगे परन्तु नौकरी व् व्यापार में
उन्नति व् लाभ के अवसर मिलेंगे, परन्तु पारिवारिक तथा निजी उलझनों के
कारण लाभ में कमी रहेगी! १७ अक्टूबर के बाद कुछ बनते कार्यों में बाधा
आएगी!
कन्या: ये माह भी ठीक नहीं है! अधिक प्रयास करने पर भी सफलता नहीं
मिलेगी! बनते कार्यों में बाधा आएगी! व्यर्थ के आशवासन मिलेंगे, पर सफलता
नहीं मिलेगी! मन उदास रहेगा! २५ अक्टूबर के बाद कुछ विपादास्त्पद मामलों
में मानसिक तनाव बढेगा! किसी निकट सम्बन्धी से तकरार हो सकती है! धन अधिक
खर्च हो सकती है! लक्ष्मी जी की साधना करे!
तुला: बनते कार्यों में विघ्न और विलम्ब होगा! जॉब या व्यवसाय किसी से किसी
से धोखा मिल सकता है! चापलूस लोगों से सावधान रहे! खर्चों के कारण मन
परेशान और अशांत रहेगा! शारीरिक कष्ट और चोट लगने की सम्भावना हो सकती
है!
वृश्चिक: इस माह किसी नए कार्य की योजना बनेगी! व्यवसाय के उन्नति के
अवसर प्राप्त होंगे! पारिवारिक जीवन में मतभेद होंगे! परेशानी और उलझनों
के कारण तनाव में रहेंगे! विलासिता की चीजों पर खर्चा अधिक होगा!
धनु: इस माह व्यवसाय की स्थिति मध्यम रहेगी! सवारी सुख या यात्रा का लाभ
होंगे! घरेलु उलझनों के कारण परेशान और तनाव में रहेंगें! बनते कार्यों में
विघ्न या खर्चा अधिक रहेगा! स्वास्थय के प्रति सावधान रहें! वाहन आदि से
चोट लगने की सम्भावना है!
मकर: इसमें धन और सुख की प्राप्ति होगी! व्यर्थ के खर्चे बढेंगे!
विलासिता के साधनों की प्राप्ति होगी! १५ के बाद मानसिक उलझने रहेगी और
पारिवारिक उलझने भी परेशान करेगी!
कुम्भ: आशाओं में कुछ सफलता प्राप्त होगि ! धन लाभ और उन्नति के अवसर
प्राप्त होंगे! नये कार्यों को कार्य रूप देने के प्रयास भी लाभकारी होंगे!
कोई बिगड़ा कार्य बनेगा! धन का खर्च अधिक रहेगा!
मीन: इस माह धन का खर्च अधिक रहेगा! उलझनों के बावजूद धन प्राप्ति के योग
है! विदेशी और दूर दराज के कार्यों में प्रगति होगी! १७ अक्टूबर के बाद
किये गये प्रयासों में लाभ मिलेगा! स्वास्थय परेशानी रहेगी जिसमे धीरे-२
सुधार होगा!
नवम्बर
मेष: इस माह मानसिक तनाव और परेशानियों से मुक्ति मिलेगी! घरेलु और
व्यावसायिक क्षेत्र में अधिक प्रयास कर के भी निर्वाह योग्य आय के साधन
बनेंगे! खर्चे अधिक रहेंगे! इस समय स्त्रियाँ अपनी सेहत पर ध्यान दे!
वृषभ: इस माह खर्चों के कारण परेशानी बनी रहेगी! अधिक प्रयास लगाने पर
काम बनेंगे! लेकिन निर्वाह योग्य धन की प्राप्ति होगी! स्वास्थय और
कारोबारी उलझन बढेगी! और परेशान रहेंगे! किसी निकट से धोखा मिलने की
सम्भावना है! माह के अंत में धन लाभ के योग है!
मिथुन: इस माह मिले- जुले फल मिलेंगे! पिछले किये गये प्रयासों का लाभ में
किसी विशेष कार्यों में सफलता मिलेगी! स्वास्थय के प्रति सचेत रहें! १५
नवम्बर के बाद किसी नए कार्य में लाभ मिलने की सम्भावना है! विदेश
सम्बन्धी कार्यों में बाधाओं का सामना करना पड़ेगा!
कर्क: इस माह कार्य व् व्यवसाय में उन्नति के मार्ग खुलेंगे! घर में कोई
मंगल कार्य होगा! प्रतिष्ठित लोगो के संपर्क करने से कोई बिगड़े कार्य बन
सकते है! पारिवारिक सहयोग कम मिलेंगे! मित्र वर्ग गुप्त रूप से हानि
पहुँचाने की कोशिश करेंगे! व्यावसायिक या आर्थिक रूप से किसी पर विश्वास न
करे हानिकारक होगा!
सिंह: इस माह में व्यवसाय में बहुत ज्यादा संघर्ष के बाद निर्वाह योग्य
आय के साधन बनेंगे! १६ नवम्बर के बाद भूमि, मकान तथा वाहन सम्बन्धी
परेशानी हो सकती है! परिवार में व्यर्थ का तनाव व् खर्चो की अधिकता
रहेगी!
कन्या: इस माह किसी नए कार्य की योजना बनेगी! आय के साधनों में बढोतरी
होगी! दूर या विदेश यात्रा की योजना बनेगी! व्यर्थ की भागादौड़ी या पारिवारिक
संपत्ति के लिए मतभेद हो सकती है! विद्यार्थियों के लिए उन्नति के अवसर
बढेंगे! २२ नवम्बर के बाद अकस्मात पारिवारिक परेशानी से तनाव हो सकता है!
तुला: इस माह अधिक प्रयास करने पर भी लाभ प्राप्त नहीं होगा, लेकिन
व्यवसाय में उन्नति के योग है! घरेलु उलझनों के कारण रुकवाट आएँगी! मन
परेशान रहेगा! मित्र वर्ग से धोखा मिलने की सम्भावना है! सावधान रहे!
माह के अंत में बिगड़े कार्यों में सफलता मिलने की सम्भावना है! निर्वाह
योग्य धन की प्राप्ति होगी!
वृश्चिक: इस माह कुछ बिगड़े हुए कार्यों में सुधार होगा! धन लाभ के साथ-२
खर्चों की भी अधिकता रहेगी! महतव्पूर्ण कार्यों में कुछ प्रगति के अवसर
बनेंगे! पारिवारिक कलह के योग् है!
धनु: इस माह आराम कम और संघर्ष अधिक रहेगा! जमीन से सम्बंधित समस्या
उत्पन हो सकती है! व्यवसाय या जॉब से सम्बन्धी भागादौड़ी अधिक रहेगी!
स्वास्थय परेशानी रहेगी! मानसिक तनाव के कारण स्वभाव में चिड़चिड़ापन अधिक
रहेगा! शारीरिक कष्ट या वाहन आदि से चोट लगने की सम्भावना है!
मकर: इस माह में कोई शुभ कार्य संपन होगा! व्यवसाय और जॉब में उन्नति के
योग है! रुके हुए कार्यों में सफलता मिलने की सम्भावना है! कार्य क्षेत्र
में व्यस्त रहेंगे! अकस्मात धन लाभ के योग है! शुभ कार्यों पर धन खर्च
होगा! पारिवारिक सुखों में वृद्धि होगी!
कुम्भ: इस माह उलझनों के बावजूद धन के अवसर प्राप्त होंगे! किसी शुभ
कार्य पर खर्चा होगा! सोची हुयी योजनायें और किये गये प्रयासों में कुछ
सफलता या कुछ असफलता मिलेगी! १९ नवम्बर के बाद किसी मित्र की सहायता से
नए कार्यों की योजना बनेगी! विदेश यात्रा या सवारी सुख के योग है!
-->
मीन: इस माह में मिले- जुले फल प्राप्त होंगे! व्यवसाय या जॉब में उन्नति या लाभ के अवसर प्राप्त होंगे! बिगड़े कार्यों में सुधार होगा! कोई वाहन आदि खरीद सकते है! १५ नवम्बर के बाद किसी विदेशी मित्र या किसी दूर- दराज के मित्र से धन प्राप्त होगा! अकस्मात यात्रा के योग है!
दिसम्बर
मेष: महीने के शुरू में अधिक प्रयास करके भी लाभ नहीं मिलेगा! १५ दिसम्बर
के बाद बिजनेस और कार्यों में उन्नति के अवसर मिलेंगे, पर घरेलु उलझनों
के कारण कुछ रुकावटें आएगी और खर्चे अधिक होंगे! दिसम्बर के अंत में
प्रयासों का लाभ मिलेगा और बिगड़े हुये कार्य बनेंगे!
वृषभ: ये महिना ठीक नहीं है! निर्वाह योग्य धन भी संघर्ष और अधिक प्रयास
के बाद प्राप्त होंगा! मांगलिक कार्यों में धन अधिक खर्च होगा! कुछ
बिगड़े हुए कार्य बनेंगे! कोई ख़ुशी की खबर मिल सकती है! मानसिक तनाव
रहेगा! महीने के अंत में खर्चों के कारण मन परेशान रहेगा!
मिथुन: इस माह कारोबारी व्यवसाय बढ़ेगा! गृहस्थ जीवन में तनाव रहेगा!
स्वास्थय की परेशानी रहेगी! काफी प्रयासों के बाद धन लाभ के योग है! २०
दिसम्बर के बाद भागादौड़ी अधिक रहेगी पर आय के साधनों में वृधि होगी!
कर्क: इस माह घर में धार्मिक या कोई मंगल उत्सव होगा! नए -२ मित्रों से
मिल मिलाप बढेगा! उत्साह और शौभाग्य में वृद्धि होगी! धर्म-कर्म रूचि होगी!
उन्नति और धन लाभ की सम्भावना है! कुछ अधूरे काम पुरे होंगे! किसी की
आर्थिक रूप से मदद न करे! खर्चों पर काबू रखे! लक्ष्मी जी की आराधना करे
लाभ होगा!
सिंह: इस माह में निर्वाह योग्य धन संघर्ष के बाद ही प्राप्त होगा!
मांगलिक कार्यों पर धन अधिक खर्च होगा! मनोरंजन में वृद्धि होगी और कुछ
बिगड़े कार्यों में सफलता मिलेगी! माह के अंत में मानसिक तनाव, क्रोध और
परेशानियों का सामना करना पड़ेगा!
कन्या: इस माह रुके हुए कार्यों में प्रगति होगी! पराक्रम में वृद्धि और
उत्साह से किये गये कार्यों में सफलता मिल सकती है! धर्म- कर्म में रूचि
बढेगी पर स्वभाव में क्रोध की मात्रा अधिक रहेगी!
तुला: माह के शुरू में आय कम और खर्चे अधिक होंगे! व्यर्थ की भागदौड़ और
फिजूल खर्चे बढेंगे! स्वास्थय से सम्बंधित परेशानी हो सकती है! आर्थिक
नुकसान हो सकता है! किये गये प्रयासों का लाभ नहीं मिलेगा! बनते कार्यों
में बाधा आएगी! मन में अशांति और क्रोध की मात्रा अधिक रहेगी! अधिकांश
समय व्यर्थ के कार्यों में व्यतीत होगा!
वृश्चिक: इस माह में व्यवसाय में लाभ के अवसर प्राप्त होंगे, पर बहुत
अधिक बाधाओं का सामना करना पड़ेगा! मानसिक तनाव और घरेलु उलझने बढेगी!
गुप्त शत्रु हानि पहुचाने की कोशिश करेंगे, पर उस काबू पा लेंगे!
धनु: इस माह व्यवसाय में उतार- चढाव रहेगा! आमदनी कम और खर्चा अधिक रहेगा!
विशेष मेहनत करने पर भी धन लाभ मध्यम ही रहेगा! पारिवारिक मतभेद परेशान
करेंगे! तनाव की स्थिति रहेगी! वाहन आदि चलाते समय सावधानी बरते है!
दुर्घटना की सम्भावना है! स्वास्थ्य के प्रति भी सचेत रहे!
मकर: संघर्ष के बाद धन के साधन बनते रहेंगे! मित्रों की सहायता से रुके
हुए कार्य बनते रहेंगे! परिवार में किसी शुभ कार्य पर खर्चा होगा! किसी
श्रेष्ठ जन के आशीर्वाद से बिगड़े कार्य बनेंगे! माह के अंत में घरेलु
उलझनों के कारण खर्चे अधिक होंगे!
कुम्भ: इस माह मुले- जुले फल मिलेंगे! माह के शुरू में घरेलु उलझने,
चिंताएं तनाव का कारण बनेगी! बनते कार्यों में रूकावट पैदा होगी! १६ दिसम्बर के
बाद बिगड़े कार्यों में सुधार होगा! किसी शुभ कार्य पर सुधार होगा,
परन्तु स्वास्थ्य के प्रति सावधान रहे!
मीन: इस माह आय कम और संघर्ष अहिक होगा! जमीन जायजाद सम्बन्धी समस्याएं
उत्पन होगी! व्यावसायिक छेत्रो में भागादौड़ी अधिक रहेगी! स्वास्थ्य ढीला
रहेगा! चोट आदि लगने का भय और शारीरिक कष्ट रहने की सम्भावना है!
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